महिलाओं में वज़न बढ़ने के तरीके में सबसे बड़ा कारण उनके हार्मोन होते हैं. महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन मुख्य होता है. यह हार्मोन महिलाओं के शरीर को प्रजनन के लिए तैयार करता है और इसी कारण से फैट को कूल्हों, जांघों और नितंबों में जमा करने को बढ़ावा देता है. यह फैट अक्सर जिद्दी होता है और इसे कम करना मुश्किल हो सकता है. महिलाओं का शरीर कई हार्मोनल बदलावों से भी गुज़रता है जैसे प्यूबर्टी, पीरियड्स, प्रेगनेंसी, मेनोपॉज़ के दौरान हॉर्मोन्स ऊपर नीचे होते हैं जो फैट स्टोरेज का कारण है.
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लाइफस्टाइल12 Jun, 202507:20 PMमहिलाएं क्यों होती हैं पुरुषों से ज्यादा मोटी? हार्मोन से लेकर मेटाबॉलिज्म तक, समझें पूरी वजह
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लाइफस्टाइल12 Jun, 202505:27 AMलू और हीटवेव से बचना है? शरीर को अंदर से ठंडा रखने के लिए अपनाएं ये असरदार तरीके
जब शरीर की आंतरिक गर्मी बढ़ती है, तो यह डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक, थकान, चक्कर आना और कई अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है. सिर्फ़ एयर कंडीशनर या पंखे के नीचे बैठने से शरीर की अंदरूनी गर्मी नियंत्रित नहीं होती. इसलिए, कुछ ऐसे उपाय अपनाना ज़रूरी है जो शरीर को अंदर से शांत करें और उसे हाइड्रेटेड रखें.
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Being Ghumakkad12 Jun, 202503:27 AMकहां है देश का 'फ्री वाटर पार्क'? गर्मी में कूल-कूल रहने के लिए परफेक्ट है ये लोकेशन
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 170 किलोमीटर दूर स्थित मिरौनी डैम इन दिनों लोगों के लिए गर्मी से राहत पाने का एक लोकप्रिय ठिकाना बन गया है. यहाँ की सबसे खास बात यह है कि पारंपरिक वाटर पार्कों की तरह यहाँ न तो कोई एंट्री टिकट लगती है और न ही नहाने को लेकर कोई खास पाबंदी है. आप यहाँ अपने दोस्तों, परिवार के साथ आ सकते हैं और बेफिक्र होकर ठंडे पानी में नहाने का आनंद ले सकते हैं.
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न्यूज12 Jun, 202501:02 AMगर्मी का अलर्ट! स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी चेतावनी, इन 'पीक आवर्स' में रहें घर के अंदर
दिल्ली में जहां दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने की चेतावनी जारी की गई है और बुधवार के लिए ऑरेंज अलर्ट भी है, वहीं उत्तर-पश्चिम भारत में भी भीषण गर्मी की स्थिति बनी हुई है. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों को हीटवेव से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय अपनाने की सलाह दी है.
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लाइफस्टाइल11 Jun, 202509:46 PMमखाना है स्वाद और सेहत का बेजोड़ संगम, जानें क्यों कहलाता है 'फॉक्स नट्स'
इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च के अनुसार, मखाने का मुख्य रूप से उत्पादन बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और ओडिशा में होता है. अकेले बिहार में, यह लगभग 15,000 हेक्टेयर जल निकाय में उगाया जाता है. लगभग 5 लाख परिवार सीधे मखाना की खेती - कटाई, पॉपिंग, बिक्री और उत्पादन - में शामिल हैं. बिहार से हर साल लगभग 7,500 से 10,000 टन पॉप्ड मखाना बेचा जाता है.
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लाइफस्टाइल11 Jun, 202508:54 PMखाली पेट जीरा पानी या अजवाइन पानी? जानें कौन है आपकी सेहत के लिए बेहतर, क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
सुबह खाली पेट जीरा या अजवाइन का पानी पीने से शरीर की मेटाबॉलिक प्रक्रियाएं तेज़ी से काम करती हैं. यह शरीर से toxins बाहर निकालने, पाचन में सुधार करने और पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है. यह दिन की शुरुआत को स्वस्थ और ऊर्जावान बनाता है.
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लाइफस्टाइल11 Jun, 202504:38 PMबच्चे पैदा करने से क्यों कतरा रही है युवा पीढ़ी? UNFPA की रिपोर्ट में सामने आई चौंकाने वाली जानकारी
लगभग 40 प्रतिशत लोगों का कहना है कि पैसों की कमी सबसे बड़ी समस्या है. 21 प्रतिशत लोगों का कहना है कि नौकरी की असुरक्षा की वजह से वे बच्चे का सोच नहीं पा रहे हैं. 22 प्रतिशत लोग अपने रहने के लिए सही जगह न मिलने की वजह से परेशानी में हैं. वहीं, 18 प्रतिशत लोगों का कहना है कि उनके पास भरोसेमंद चाइल्डकेयर नहीं है. ये सब वजहें हैं, जो लोगों को माता-पिता बनने से रोक रही हैं.
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लाइफस्टाइल11 Jun, 202502:36 AMगर्मी में पुदीना क्यों है खास? जानें इसके अद्भुत फायदे, ऐसे करें डाइट में शामिल
पुदीना में मेंथोल (Menthol) नामक एक यौगिक होता है, जो इसे इसकी खास सुगंध और ठंडक का एहसास देता है. इसकी तासीर ठंडी होती है, यही वजह है कि गर्मी में इसका सेवन शरीर को भीतर से शांत करने में मदद करता है. यह सिर्फ़ एक फ्लेवर एजेंट नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली औषधीय पौधा है जो पाचन से लेकर श्वसन तक, कई प्रणालियों को लाभ पहुँचाता है.
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Being Ghumakkad11 Jun, 202512:50 AMमथुरा-वृंदावन की 'खोज' किसने की? जानें चैतन्य महाप्रभु से जुड़ा इसका अनसुना इतिहास
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मथुरा भगवान कृष्ण का जन्मस्थान है, जबकि वृंदावन वह पवित्र भूमि है जहाँ उन्होंने अपना बचपन, युवावस्था की रासलीलाएं और अनगिनत चमत्कार किए. यमुना नदी के किनारे बसा यह क्षेत्र सदियों से भक्ति और अध्यात्म का केंद्र रहा है. हालाँकि, समय के साथ, आक्रमणों और प्राकृतिक परिवर्तनों के कारण वृंदावन का अधिकांश भाग घने जंगलों में तब्दील हो गया था, और कई महत्वपूर्ण लीला स्थल अदृश्य या विस्मृत हो गए थे.
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लाइफस्टाइल10 Jun, 202508:11 PMक्यों खतरनाक है बच्चों के लिए तनाव? जानें कैसे दिमाग पर पड़ता है गहरा असर, रिसर्च में हुआ खुलासा
बचपन का तनाव केवल एक भावनात्मक चुनौती नहीं है, बल्कि यह विकासशील दिमाग पर वास्तविक, शारीरिक और स्थायी बदलाव लाता है. इस तथ्य को स्वीकार करना और समझना बेहद ज़रूरी है ताकि हम बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान कर सकें, उनके दिमाग को पनपने का मौका दे सकें और एक स्वस्थ, खुशहाल भविष्य का निर्माण कर सकें.
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लाइफस्टाइल10 Jun, 202507:40 PMस्वाद के साथ सेहत का खजाना! हल्दी, अदरक समेत ये मसाले देंगे कमाल के फायदे, रिसर्च का दावा
मसाले, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन, मिनरल्स और फाइटोकेमिकल्स से भरपूर होते हैं. ये शरीर में सूजन कम करने, कोशिकाओं को नुकसान से बचाने और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यही कारण है कि खाने में मसालों का उचित उपयोग हमें कई बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है.
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लाइफस्टाइल10 Jun, 202506:24 PMसिर्फ़ स्वाद ही नहीं, आपकी स्किन भी चमकाएगा आम! जानें इसके अनगिनत फायदे
आम में एक खास तत्व पाया जाता है, जिसे मैंगिफेरिन कहा जाता है. यह एक प्राकृतिक यौगिक है, जो सूजन को कम करने और सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से त्वचा की रक्षा करने के लिए जाना जाता है. यह त्वचा को ढीला होने और झुर्रियां पड़ने से बचा सकता है.
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लाइफस्टाइल10 Jun, 202501:57 AMजून में ही क्यों मनाते हैं LGBTQIA+ प्राइड मंथ? जानें स्टोनवॉल दंगों से जुड़ा इसका इतिहास
प्राइड मंथ एक ऐसा समय है जब LGBTQIA+ समुदाय और उनके सहयोगी अपनी पहचान का सम्मान करते हैं, समाज में अपनी उपस्थिति का जश्न मनाते हैं, और समानता व न्याय के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करते हैं. यह केवल एक celebration नहीं है, बल्कि उन ऐतिहासिक संघर्षों और बलिदानों को याद करने का भी अवसर है जो LGBTQIA+ अधिकारों की लड़ाई में किए गए हैं.
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लाइफस्टाइल09 Jun, 202509:05 PMआँखों की कमज़ोर होती रोशनी से हैं परेशान? ये टिप्स आपके लिए साबित होंगे वरदान
आज के समय में काफी छोटी उम्र से ही बच्चों को चश्मा लग जा रहा है. कम लोग ही जानते हैं कि प्राकृतिक रोशनी और शारीरिक गतिविधियां आंखों के लिए फायदेमंद हैं. बच्चों को खेलकूद और बाहरी गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित करें. अगर आप घर पर हैं, तो हर आधे घंटे में खिड़की से दूर तक देखें, ताकि आंखों को आराम मिले.
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लाइफस्टाइल09 Jun, 202506:39 PMशहर का तनाव छोड़ें, प्रकृति में डूब जाएं! जापान की अनोखी थेरेपी 'फॉरेस्ट बाथिंग' है सेहत का नया मंत्र
'फॉरेस्ट बाथिंग' का मतलब सचमुच जंगल में नहाना नहीं है, बल्कि यह जंगल के वातावरण में खुद को पूरी तरह डुबो देना है. 1980 के दशक में जापान में इस अवधारणा को विकसित किया गया था ताकि लोग प्रकृति के साथ फिर से जुड़ सकें और शहरी जीवन के तनाव से मुक्ति पा सकें. इसका मूल विचार यह है कि आप किसी जंगल, हरे-भरे पार्क या प्राकृतिक वातावरण में जाएं और अपनी सभी इंद्रियों को खोलकर प्रकृति के साथ जुड़ें.